मिर्ची (चिली)
परिचय : मिर्च हमारे खाने में रोजाना इस्तेमाल होती है|मिर्च हमारे खाने में स्वाद को दुगना कर देता है|मिर्च खाने में हो या नास्ते में इस्तेमाल जरूर करते है |मिर्च एक लोकप्रिय सब्जी है|
मिर्च के प्रकार:मिर्च तीन प्रकार की होती है
१. हरी मिर्च
२.लाल मिर्च
३.शिमलामिर्च
१. हरी मिर्च :हरी मिर्च्का उपयोग तीखापन और स्वाद के अनुसार किया जाता है | हरीमिर्च का उपयोग अलग अलग व्यंजन बनाने में किया जाता है| हरी मिर्च के प्रकार कुछ इस तरह से है |
१.जलेपिनो मिर्च : जलेपिनो मिर्च दिखने में थोड़ी मोती होती है और थोड़ी छोटी होती है |यह स्वाद में कम तीखी होती है |
२ .बर्ड एय मिर्च (bird’s eye mirch): यह मिर्च छोटी , पतली होती हे| यह मिर्च खाने में बहुत तीखी होती है |
३ .सेर्रानो मिर्च : यह मिर्च छोटी होती है | यह मिर्च बहुत तीखी होती है|
४ .केयेंने मिर्च : यह मिर्च लम्बी और पतली होती हे| यह मिर्च ज्यादा तीखापन वाली होती है |उसका उपयोग सुकाकर पावडर बनाने में किया जाता है |
५ .हबा नेरो मिर्च : यह मिर्च छोटी गोल मोटल होती हे | यह मिर्च बहुत तीखी होती है | यह मिर्च नारंगी या लाल रंग की होती है|
६ .भूत जोलोकिया (ghost pepper):यह मिर्च को नागा मिर्च भी कहते है| यह मिर्च दुनिया की सबसे ज्यादा तीखी मिर्च है|
> हरी मिर्च का उपयोग उनके स्वाद और तीखापन के अनुसार किया जाता है|
शिमला मिर्च : शिमला मिर्च के कई प्रकार की होती है जिनके प्रकार उनके रंग के आधार पे किया जाता है उसके प्रकार निचे दिए गये है |
१. हरी शिमला मिर्च : हरी शिमला मिर्च सामान्य प्रकार की होती है इनका स्वाद हल्का तीखा और कडवा होता है |
२. लाल शिमला मिर्च : लाल शिमला मिर्च पकी हुवी हरी शिमला मिर्च होती है | लाल शिमला मिर्च का स्वाद थोडा मीठा और सुगन्धित होता है |
३. पिली शिमला मिर्च : पिली शिमला मिर्च पूरी तरह से पकी हवी होती है इनका स्वाद हलका तीखा होता है |
४. नारगी शिमला मिर्च : नारंगी शिमला मिर्च का स्वाद मीठा होता है| उसका उपयोग सलाद और विभ्भिन खाना बनाने में होता है |उसका उपयोग रंग और मिठास बढ़ाने के लिए किया जाता है|
५.बेगनी शिमला मिर्च :बैगनी शिमला मिर्च कम सामान्य होती है |उसका स्वाद हल्का तीखा और थोडा कडवा होता है|
६.सफ़ेद शिमला मिर्च: सफ़ेद शिमला मिर्च का स्वाद हल्का मीठा होता है| उसका उपयोग सलाद और सजावट में किया जाता है |
शिमला मिर्च अलग अलग प्रकार के खानों में रंग, स्वाद और पोषण बदने के लिए किया जाता है|सिमला मिर्च में विटामिन C होता है और अन्तिओक्देत्स मात्र सबसे ज्यादा होती है|
मिर्च के फैक्ट्स :
१ . मिर्च में कैप्सुइन तत्व होता है जो मिर्च को तीखा बनता है
२. मिर्च का तीखापन जानने के लिए स्कोविल्ले हीट यूनिट्स का उपयोग किया जाता है|
३.मिर्च में संतरे से भी ज्यादा विटामिन c पाया जाता है|
४ .मिर्च में पाया जाना वाला तत्व कैप्सैन का उपयोग क्रीम और जेल में लिया जाता है यह मासपेसियो और जोड़ो के दर्द को कम करता है|
५.मिर्च की उत्पत्ति साउथ अमेरिका में हुवा था|
६.हरी मिर्च पक क्र लाल मिर्च में बदल जाती है उसका रंग के साथ स्वाद भी बदल जाता है तीखा को मिठास में बदल जाता है|
७.भारत में कई तरह की मिर्च उगाई जाती है उसका उपयोग अलग अलग व्यंजन में किया जाता है|
८.मिर्च में अन्तिओक्सिकेतस होता है जो सरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है|
मिर्च के फायदे: मिर्च जितनि तीखी होती है उतनी ही फायदेमंद होती है | मिर्च को हम खाने में सामिल कर लेते हे तो खाना चटपटा होने क साथ साथ सेहदं के लिए भी लाभकारी हो जाता है |
१. मिर्च में सभी जरुरी तत्व होते है और 0 केलेरी हे जो वजन घटाने में मदद करती है |
२. मिर्च गल्हिया और जोड़ो के दर्द में सहायक होता है |
३. मिर्च में अच्छी मात्र में फायबर होने के कारण यह खाना पाचन में मददगार होता है |
४. ब्लड प्रेशर को नियंत्रण करता है |
५. एंटी ऑक्सीडेंट होने के कारण कैंसर को खतरे को कम करता है |
६.विटामिन c और विटामिन E होने के कारण स्किन के लिए अच्छी होती है और जुरिया से बचाती है|
७.मिर्च में हिमोग्लोबी बनता है जिस से खून की कमी में सुधर आता है|
८.विटामिन c हमे सर्दी ,खासी ,जुखाम और छाती की बीमारी से बचाता है और रोग प्रतिकारक सकती बदने में मदद करता है|
९मिर्च खून के काठे को ख़त्म करती है|
१०.मिर्च हड्डियों , दांतों और आखों के लिए बहुत अच्छी होती है|
११.मिर्च आयरन का अच्चा स्र्तोत है|
१२.डायबिटीस को नियंत्रित में रखता है|
मिर्च के नुकसान: खाने में मिर्च डालना खाने में अलग से मीर्च लेना स्वाद तो बहुत आता है,लेकिन जरुरत से ज्यादा मिर्च लेना नुकसान कर्क होता है|
१.जरुरत से ज्यादा मिर्च का सेवन करने से पेट में गर्मी को बदता है|
२.मिर्च में फायबर की मात्र बहुत होती है जिस से डायरिया हो सकता है
३.मिर्च का ज्यादा सेवन करने से पेट में जलन और पेट दर्द हो सकता है|
४.मिर्च में कुछ तत्व से त्वचा संबंदित परेशानी हो सकती है
५.ज्यादा मिर्च खाने से बवासीर की समस्या भी हो सकती है|
६,मीर्च मेटाबालिज्म की पक्रिया को दिमा कर देती है|
७.डायबिटीस में डायबिटीस लेवल कों गिरता है|
हरी मीच या लाल मिर्च कोंसी ज्यादा सेहतमंद है?
सब्जी हो या ना नास्ता हो मिर्च का इस्तेमाल तो सब में होता है | खाने में हम हरी मिर्च और लाल मिर्च दोनों का इस्तेमाल करते है| जहा हम लाल मिर्च को पाउडर के रूप इस्तेमाल करते है और हरी मिर्च को साबुत या काट कर करते है |हरी मिर्च में पानी की मात्रा ज्यादा होती है और जीरो केलरी होती है जो वजन को घटने में मदद करता है|लाल मिर्च में विटामिन c होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनता है| बीमारियों से लड़ने में मदद करता है |लाल मिर्च सेहत के लिए अच्छी हीब जिसका सेवन सिमित मात्रा में करना चाहिए ज्यादा मात्रा में लाल मिर्च का सेवन करने से सुजनका कर्ण बनती है | लाल मिर्च की तरह हरी मिर्च भी काफी फायदेमंद है,इसमें फायबर कुई मात्रा ज्यादा होती है इसलिए आपके पाचनतंत्र में मदद करती है कब्ज़ में सहायक है|अपने वजन कम करने में मददगार है|पानी की मात्र ज्यादा होने के लिए आप के सरीर के लिए फायदेमंद है| लाल मिर्च में ज्यादातर सिंथेटिक कलर का उपयोग होता है जो शरीर को नुकसान करता है | आप घर पर लाल मिर्च को पिस कर उसका इस्तेमाल कर सकते है|
हरी मिर्च कितनी खाये ?
एक दिन में हम ४ से ५ हरे मिर्च खा सकते है|
हरी मिर्च कैसे खाये ?
१,हरी मिर्च को तेल लगाकर या हल्का तेलकर नमक लगाकर खा सकते है|
२,हरी मिर्च की सब्जी बनाकर खाये|
३,हरी मिर्च का पकोड़ा बनाकर खा सकते है|
हरी मिर्च का सेवन कब करे : हरी मिर्च का सेवन दोपहर या रात में करना जयादा फायदेमंद होता है और हा उसे खाली पेट नही खानी चाहिए वरना एसिडिटी हो सकती है |
हरी मिर्च को कई तरीको से खाया जाता है जिसके प्रकार निचे दिए गये है :
१. मिर्च का आचार,
२. मिर्ची वदा
३. मिर्ची पकोड़ा
४. मिर्ची सब्जी
५. दही मिर्च
६. भरवा मिर्च
७. मिर्ची ठेचा
८. मिर्च पनीर
९. मिर्ची की चटनी
१०. आलू मिर्च
११. चिली सोस जैसी की और कई तरीके से पकाई जाती है
निष्कर्ष : मिर्ची के उपयोग सिर्फ स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं होता, बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं। यह विटामिन C का एक अच्छा स्रोत है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है। मिर्ची में कैप्साइसिन नामक तत्व पाया जाता है, जो दर्द निवारण में भी सहायक होता है।
इसके अलावा, मिर्ची वजन कम करने में भी मदद कर सकती है क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती है।
मिर्ची का हमारे खाने में एक महत्त्व स्थान है |
हम यह उम्मीद करते हे की हमारी ये जानकारी आपको जरुर पसंद आई होगी और कुछ अच्छी नयी जानकारी मिली होगी |
धन्यवाद …