तिल(sesame)

परिचय: तिल बहुतही पोष्टिकत आहार है | तिल गरम होता है इस लिए स्रदीयो में तिल का सेवन करना चाहिए | तिल का सेवन करने से शरीर में गरमाहत मिलती है | और इसके साथ ये पोषक तत्व से भरपूर है|
तिल खाने का सही समय : तिल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फायबर,केल्सियम,आयरन और कार्बोहाइड्रेट होता है| तिल काले हो या सफ़ेद दोनों पोषक तत्व का भंडार है| पर इन पोषक तत्व पूरी तरह से फायदा तभी मिलता है जब उन्हें सही समय पर खाया जाए | तिल का सेवन सुबह , दोपहर , शाम और रात को किसी भी वक़्त कर सकते है | आप सुबह के वक़्त खाली पेट करना फायदेमंद होगा| दोपहर को खाने के बाद मीठे में तिल की चिक्की खाये जो हेल्दी है | तिल का सेवन आप शाम के समय खली पेट और उपर से गर्म पानी या दूध का सेवन करे जो आप के लिए फायदेमंद होगा | रात को खाने के बाद मीठे में गुड और तिल के लड्डू बनके खा सकते हो |
तिल के फायदे : १. हड्डियो को मजबूत रखने में बहुत ही मददगार होता है|
२.गडिया दूर करने में काफी मदद करता है |
३.स्किन को सेहतमंद रखने में बहुत फायदेमंद होता है |
४. तिल के बीज ओमेगा3 , ओमैगा6 और ओमेगा 9 फेटि एसिड होता है जो बालो को मुलायम और चमकदार बनता है इस लिए नियमित रूप से तिल के तेल का उपयोग करगे तो ये आप के बालो को बढाने में मदद करता है, हैरफोल की समस्या से छुटकारा मिलता है |
५. तिल को पिस कर खाने से कब्ज की समस्या दूर होती है |
६. काले तिल को खाने के बाद ठंडा पानी पिने से बवासीर की समस्या दूर होती है |
७. तिल इंस्टेंट एनर्जी प्रदान करता है |
८. पथरी की प्रोबलेम हो उन्हें तिल का प्रयोग करने से फायदा होता है और तिल की पत्ती को भी पथरी में उपयोग किया जाता है |
९ . तिल को सुबह शाम चबा चबा कर खाने से दांत मजबूत होते है |
१० . तिल में कुछ ऐसे पोषक तत्व होते है जो तनाव और डिप्रेसन को कम करने में सहायक होता है इस लिए रोजाना तिल का सेवन करने से मानसिक समस्या से छुटकारा मिलता है |
११. तिल बाद केलेस्त्रोल कम करता है और गुड केलेस्त्रोल को भी बढाता है जो दिल की बीमारी होने की समस्या को कम करता है |
तिल खाना पसंद ना हो नतो किस तरह खा सकते हो : १. तिल को दही में मिला कर खा सकते हो |
२. तिल को स्मूथी में मिला कर खा सकते हो |
३. तिल को मिक्स फ्रूट सलाद में मिलकर खा सकते हो |
दिन में कितना तिल खा सकते हो : दिन में कमसेकम १० ग्राम यानि एक चम्मच और ज्यादा से ज्यादा ३० ग्राम यानि तिन चम्मच खाना चाहिए |
अधिक तिल खाने के नुकसान : तिल को अध्जिक खाने से पेट की समस्या हो सकती है जेसी की पेट दर्द , अपचा , कब्ज |
जिसको किडनी की समस्या हो उसे तिल का सेवन अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिये वरना किडनी समस्या और भी बढ़ सकती है|
तिल अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ लोगो को आखो पर सुजन त्वचा में खुजली आना, त्वचा में लालिपन आना जैसी समस्या हो सकती है |
गर्भवती महिला को अधिक मात्र में तिल का सेवन नहीं करना चाहिए वरना नुकसान हो सकता है|डाक्टर की सलाह से डायट में तिल को शामिल कर सकते हो|
तिल से बनाने वाली रेसिपी : तिल से हम घर पे तिल और गुड़ के लड्डू ,तिल की चिक्की , तिल बर्फी , तिल रोल, तिल की मिल्क केक और भी कई तरह की रेसिपी बना सकते हो
तिल की खेती : तिल की भुनाय जुलाय महीने के अंत तक की जा सकती है| तिल की खेती के लिए 20c से 25c तापमान की जरूरत होती है जो तापमान 40c से ज्यादा हो जाए तो तेल की मात्रा कम हो जाती है तेल को सुका देता है | तिल की फसल 90 दिन में तैयार हो जाती है| भारत में बड़े पायमाने में तिल की फसल की जाती है| तिल की खेती से कम समय में अच्छा मुनाफा हो सकता है| तिल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल तेल बनाने में किया जाता है| तिल के तेल से ढेर सारी प्रोडक्ट बनाया जा सकता है |
निष्कर्ष : तिल खाना बेहद फायदेमंद होता है | आप भी रोजाना इस्तेमाल कर सकते हो | हमारा उप्देस्य ये हे की आप तक अच्छी और उपयोगी जानकारी प्रदान देना है | आप प्रयोग करने से पहले डाक्टर की सलाह जरुर ले |